अली बाबा कंपनी के मालिक जैक मा लापता

अली बाबा कंपनी के मालिक जैक मा लापता

चीन के ख़िलाफ़ कोई भी आवाज़ उठाता है तो उसकी आवाज़ को दबा दिया जाता है। उइगर मुसलमान हों या फिर तिब्बत के निर्वासित लोग। चीन ने हमेशा अपनी दमनकारी नीतियों से लोगों को शिकार बनाया है।

देश का अरबपति भी नहीं बख्शा गया

अब इसका ताज़ा शिकार हुए हैं अली बाबा कंपनी के मालिक, दुनिया के सबसे अमीर सख्सियतों में से एक जैक मा। चीन के राष्ट्रपति ने अपने ही देश के बहुचर्चित अरबपति को नहीं बख्शा। जैक मा की सबसे बड़ी गलती ये हुई कि उन्होंने चीन, चीन की सरकार और चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग के ख़िलाफ़ आलोचनात्मक रवैया अपनाया। 

सरकार की नीतियों पर बोला था हमला

दरअसल पिछले साल यानी के अक्टूबर 2020 में संघाई में एक कार्यक्रम हुआ। जहां उन्होंने चीन के बैंक और साथ ही चीन की सरकार पर हमला बोलते हुए ये कहा कि चीन में अगर कोई अपना बिज़नेस शुरू करता है और अपने बिज़नेस में कुछ नया बदलाव करना चाहता है तो उसके प्रयासों को दबा दिया जाता है। उनके इस भाषण को चीन की कम्यूनिस्ट पार्टी के ऊपर हमले के तौर पर देखा गया। और उसके बाद से ही यानी कि नवंबर 2020 के बाद से ही जैक मा का कोई अता पता नहीं है। 

दो महीनों से हैं लापता

आपको ये बता दें कि दुनियाभर के अलग-अलग अख़बार हों, विशेषज्ञ हों या फिर बिज़नेस तायकून हों। हर कोई जैक मा का अता-पता जानना चाहता है। जानना चाहता है कि जैक मा आख़िर हैं कहां। लेकिन पिछले दो महीनों से जैक मा की कोई ठोस खबर नहीं है।

जैक मा पर कार्यवाही

आपको ये बताते चलें कि जैसे ही संघाई में जैक मा ने आलोचनात्मक रवैया अपनाया। चीन की सरकार और ख़ासतौर पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के ख़िलाफ़। उसके ठीक तुरंत बाद चीन की सरकार ने उन पर अलग-अलग तरह की कार्यवाही करना शुरू कर दिया। नवंबर 2020 में चीनी अधिकारियों ने जैक मा को ज़ोरदार झटका दिया। और उनके ऐंट ग्रुप से 37 अरब डॉलर के आईपीओ को निलंबित कर दिया। आपको ये बी बताते चलें कि अमेरिका के अख़बार वाई सी जनरल के मुताबिक़ ये आदेश सीधा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से गया था। साथ ही चीन के अधिकारियों ने जैक मा को सीधा-सीधा नोटिस दिया था कि जब तक उनके ख़िलाफ़ जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक वो चीन छोड़कर वापस नहीं जा सकते और कहीं भी नहीं जा सकते।

सोशल मीडिया से भी हैं गायब

सोशल मीडिया पर जैक मा वैसे तो हमेशा एक्टिव रहे हैं लेकिन पिछले दो महीने से उनके तीनों एकाउंट जिसमें जैक मा हमेशा से एक्टिव रहे हैं उनमें कोई भी हलचल नहीं है। जैक मा वहां से भी गायब हो गए हैं। और उसके बाद से ही लोगों ने ये पूछना शुरू कर दिया है कि आख़िर जैक मा हैं कहां।

अपने ही शो से निकाल दिए गए

दरअसल जैक मा अपना एक शो करते थे जिसका नाम था अफ्रीका बिज़नेस हीरो। जिसमें वो जज के तौर पर थे। और उसमें अलग-अलग पैनलिस्ट भी थे। लेकिन इस शो का जब फ़ाइनल था। उसके कुछ दिनों पहले ही जैक मा रहस्यमयी तरीक़े से इस शो से लापता हो गए। यही नही शो से उनकी तस्वीर को भी हटा लिया गया। अली बाबा समूह  के प्रवक्ता ने कहा कि जैक मा शेड्यूल के विवाद के कारण जजों के पैनल का हिस्सा नहीं हैं।

चीन अपनाता है दमनकारी नीतियां

लेकिन ये कोई पहली दफा नहीं है जब चीन ने अपनी दमनकारी नीतियों का इस्तेमाल किसी सख्स के ख़िलाफ़ किया हो। उइगर मुसलमानों के समर्थन में जितने भी लोगों ने आवाज़ उठाई, चीन ने उनके ख़िलाफ़ दमनकारी नीतियों का इस्तेमाल किया। इसके अलावा अलग-अलग वो लोग जो कि बिज़नेस तायकून थे और जिन्होंने चीन की दमनकारी नीतियों खिलाफ़ अपनी आवाज़ उठाई उनके ख़िलाफ़ भी चीन ने सख़्त रवैया अपनाया। और अब इसका ताज़ा शिकार जैक मा हुए हैं। 

बड़े नामों के ख़िलाफ़ हुई कार्यवाही

इससे पहले शी जिनपिंग की आलोचना करने वाले प्रॉपर्टी बिजनेसमैन घेन जिन पी यांग लापता हो गए। उन्होंने कोरोना से सही तरीक़े से निपटने के लिए शी जिनपिंग को मसखरा बताया था। इसके बाद उनको 18 साल के लिए जेल भेज दिया गया। इसके अलावा दूसरे अरबपति सियान जियान हुवा साल 2017 से नज़रबंद हैं।

चीन को देना पड़ेगा जवाब

हालांकि जैक मा के ख़िलाफ़ अगर चीन कोई कार्यवाही करता है तो उसे दुनिया को जवाब देना पड़ेगा क्योंकि जैक मा सिर्फ़ चीन के ही नहीं बल्कि विश्व के तमाम अलग-अलग लोगों के लिए एक उदाहरण हैं।

आपका क्या कुछ कहना है इस घटना के बारे में हमें नीचे कॉमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं।

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