धोनी बायोपिक फेम सुशांत सिंह की आत्महत्या या मर्डर

धोनी बायोपिक फेम सुशांत ने की आत्महत्या

धोनी बायोपिक फेम सुशांत ने की आत्महत्या

21 जनवरी 1986 को जन्मे सुशांत राजपूत ने 34 वर्ष की आयु में मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में सुसाइड कर लिया। इस घटना के बाद से पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री में भूचाल सा आ गया है। नेपोटिज़्म की बातें रह रह कर इंडस्ट्री में हमेशा से उठती आ रहीं थीं। उसी नेपोटिज़्म का शिकार सुशांत सिंह राजपूत हो गए और उसी के चलते उन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया।

किसी को नहीं हो रहा विश्वास

जैसे ही उनके सुसाइड की खबर आयी हर तरफ अफरा तफरी मच गयी थी, किसी को विश्वास नहीं हो रहा था के इतने कम समय में टी.वी. और फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके सुशांत सिंह राजपूत इस तरह से अचानक अपनी ज़िंदगी समाप्त कर लेंगे। पुलिस को जब खबर हुई तो उन्होंने पार्थिव शरीर को पोस्टमॉर्टेम के लिए कूपर अस्तपाल भेजा था। कुछ घंटों बाद ही पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि की गई।पुलिस को कमरे से जो सुबूत मिले थे उनमें से कोई भी चीज़ संदिग्ध नहीं थीं।

सोशल मीडिया पर शोक

इस घटना से पूरा देश स्तब्ध था। प्रधानमंत्री मोदी, सचिन तेंदुलकर, लता मंगेशकर, शेखर सुमन, अक्षय कुमार, अनुपम खेर समेत देश के तमाम नामचीन लोगों के ट्वीट कर के संवेदनाएं व्यक्त करने का सिलसिला चल पड़ा। किसी ने दुःख व्यक्त किया तो किसी ने नेपोटिज़्म का हवाला देते हुए इंडस्ट्री के बड़े निर्माताओं को जिम्मेदार ठहराया। पर इन सब के बीच एक बड़ा खालीपन छोड़ कर एक उम्दा कलाकार हमेशा हमेशा के लिए हमसे दूर हो गया। एम.एस.धोनी द अनटोल्ड स्टोरी, पी.के, राबता, केदारनाथ, छिछोरे जैसी फिल्मों में किया शानदार अभिनय भला कौन भूल सकता है।

डिप्रेशन बना सुसाइड का कारण

अपनी आखिरी रिलीज़्ड फ़िल्म छिछोरे में सुशांत अपने बेटे को सुसाइड ना करने की सलाह देते नज़र आये थे और किसे पता था वही सुशांत खुद अपनी ज़िन्दगी से हार मानके सुसाइड कर लेंगे। वे काफी समय से डिप्रेशन में चल रहे थे। डिप्रेशन की वजह उन्हें फ़िल्म इंडस्ट्री की तरफ से होने वाले नेपोटिज़्म को बताया जा रहा है। जो कि पूरी तरह से सही है। उन्हें कई बड़ी फ़िल्में देकर बाद में उनसे वापस ले ली गई थीं, साथ ही इंडस्ट्री की तरफ से आयोजित होने वाले समारोहों में शामिल होने से उन्हें वंचित रखा गया था।

क्रमवार पूरी घटना
  • बांद्रा फ्लैट में अकेले रहते थे सुशांत। मौत की ठीक पहले रात 13 जून को दोस्तों के साथ रहे।
  • रात 12 बजे की थी एक टी.वी. एक्टर को कॉल, पर कॉल रिसीव नहीं हुई।
  • 14 जून को हमेशा की तरह सुबह उठकर बाहर से जूस लाकर अपने कमरे में चले गए।
  • काफी देर तक दरवाज़ा न खुलने पर नौकर ने सुशांत के दोस्तों को इसकी खबर दी। दरवाज़ा ना खुलने की वजह से पास से एक चाभी बनाने वाले की मदद से जब दरवाज़ा खुला तो सामने सुशांत को फंदे से झूलते पाया।
  • नौकर ने पुलिस को आत्महत्या की खबर दी।
  • पुलिस ने पार्थिव शरीर को पोस्टमॉर्टेम के लिए कूपर अस्तपाल भेजा।
  • पोस्टमॉर्टेम रिपोर्ट में आत्महत्या की पुष्टि की गई।

पिता ने दर्ज़ कराया केस

बेटे की मौत से स्तब्ध उनके पिता ने बॉलीवुड के बड़े निर्माताओं को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। जिनमें करण जौहर, एकता कपूर और सलमान खान समेत कुल आठ लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज़ कराया गया है।

सुशांत सिंह राजपूत का करियर
  • 2008-09 धारावाहिक ( किस देश में है मेरा दिल )
  • 2009-11 धारावाहिक ( पवित्र रिश्ता )
  • 2010 डांस शो ( ज़रा नचके दिखा, सीज़न 2 )
  • 2010-11 डांस शो ( झलक दिखला जा, सीज़न 4 )
  • 2013 पहली फ़िल्म ( काई पो चे )
सुशांत सिंह राजपूत का यह कदम बताता है कि आप भीड़ में रहकर भी अकेले हो सकते हो।किसी के जीवन में क्या चल रहा है इसका पता उसके चेहरे की हंसी, नौकरी, पैसा या शायद किसी भी चीज से लगाना मुश्किल है। कौन सी छोटी या बड़ी बात हमे अंदर से खोखला करती जा रही होती है और हम वो किसी से कह भी नहीं पाते अंदर ही अंदर घुट रहे होते है।मानसिक तनाव पर बड़ी बड़ी बातें तो हुई है पर आज भी इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता। कोशिश करिए कि आस पास कोई गुमसुम सा उदास सा इंसान मिले तो 2 मिनट बात कीजिए। दूसरों पर अपनी उम्मीदों को मत लादिए। किसी की कमी निकालने और किसी को नीचा दिखाने से पहले एक बार सोचिए की कहीं आपकी कही हुई बात उस पर नकारात्मक प्रभाव ना डाले। उसे इतना मजबूर ना करदे की उसे अपनी जान की कीमत नजर ना आए। जिंदगी किसी किसी के साथ बहुत बेरहम है कोशिश करिए कि आप किसी को उस बेरहमी से बचा सके।

इस घटना पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है, हमें नीचे कमेंट बॉक्स में ज़रूर लिखें।

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